नई दिल्लीः रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि न सिर्फ रेलवे स्टेशनों और डिब्बों बल्कि रेलवे अस्पतालों में भी स्वच्छता और सुरक्षा की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जाएगी। साथ ही रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए अस्पताल परिसरों में वाईफाई सुविधा मुहैया कराई जाएगी। डिवीजनल और जोनल रेलवे अस्पतालों को प्राथमिकता के आधार पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए इस साल के अंत तक का समय दिया गया है।

गोयल ने सोमवार को उत्तरी रेलवे सेंट्रल अस्पताल का दौरा किया। इससे पहले उन्होंने 29 अगस्त को रेलवे की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विस्तृत समीक्षा की थी। रेलवे बोर्ड ने 14 सितंबर को सभी जोनों के महाप्रबंधकों को भेजे निर्देशों में यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ये प्रणालियां लागू हों। बोर्ड ने कहा है कि डॉक्टरों और मरीजों को चिकित्सा रिकॉर्ड का आदान-प्रदान करने, संपर्क में आसानी, टेली-वीडियो चैट, रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए अन्य केंद्रों में विशेषज्ञों के साथ कांफ्रेंस के लिए वाईफाई कनेक्शन दिया जाएगा। रेलवे जोनों और डिवीजनों को काम पूरा करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है।

गोयल के रेल मंत्री का पदभार संभालने के बाद से ही रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने और वाईफाई कनेक्शन उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। अगस्त में रेलटेल ने उत्तरी, पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी रेलवे मंडल में अधिक भीड़भाड़ वाले 6,124 स्टेशनों पर 8,8,845 आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण, संचालन और रखरखाव के लिए निविदा जारी की थी। गोयल के रेल मंत्री का पदभार संभालने के बाद से ही रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने और वाईफाई कनेक्शन उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। अगस्त में रेलटेल ने उत्तरी, पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी रेलवे मंडल में अधिक भीड़भाड़ वाले 6,124 स्टेशनों पर 8,8,845 आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण, संचालन और रखरखाव के लिए निविदा जारी की थी।