नई दिल्ली : भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या द्वारा बुधवार दिए गए एक बयान ने भारत की राजनीति में हलचल मचा दी है। विजय माल्या ने कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने संवाददाताओं को बताया कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी। शराब कारोबारी विजय माल्या ने मंत्री का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं भारत से रवाना हुआ क्योंकि मेरी जिनिवा में एक मुलाकात का कार्यक्रम था। रवाना होने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था और निपटारे (बैंकों के साथ मुद्दे) की पेशकश की थी। ’’शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान के बाद विपक्ष ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और मोदी सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है। वहीं, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार घोटालेबाजों और भगोड़ों के साथ हाथ मिलाए हुए है। उन्होंने मिलकर हजारों करोड़ के लूट की साजिश रची। पीएम मोदी और वित्त मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए। वही अरुण जेटली ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान को तथ्यात्मक रूप से गलत और दूर-दूर तक सच्चाई से परे बताया।