नई दिल्लीः चार साल में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के लाखों अवसर पैदा होंगे। लोगों को सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। सरकार का आकलन है कि वर्ष 2022 तक नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के दस लाख से अधिक अवसर पैदा होंगे। अभी तक सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र करीब साढ़े तीन लाख लोगों को रोजगार दे चुका है।

सरकार ने वर्ष 2022 तक एक लाख 75 हजार मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा पैदा करने का लक्ष्य रखा है। इसमें से एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा और 60 हजार मेगावाट पवन ऊर्जा शामिल हैं। केंद्रीय विद्युत एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के मुताबिक, एक मेगावाट सौर और पवन ऊर्जा की स्थापना से कम से कम छह लोगों को रोजगार मिलता है। ऐसे में अगले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में रोजगार की आपार संभावनाएं हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि बायोमास और हाइड्रो में भी रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। पर इन क्षेत्रों में प्रति मेगावॉट रोजगार का आंकलन अभी नहीं किया गया है। ऐसे में वर्ष 2022 यानि अगले चार साल में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में दस लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। दरअसल, तीन माह पहले अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में तीन लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे।