नई दिल्लीः इन्वेस्टर्स समिट में पीएम मोदी के सामने विरोध दर्ज कराने जा रहीं कांग्रेस नेता आशा मनोरमा डोबरियाल समेत 10 अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जोगीवाला में गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें बाद में पुलिस लाइन से छोड़ दिया गया। ये सभी महंगाई के खिलाफ समर्थकों के साथ विरोध दर्ज करने रायपुर जा रही थीं।

प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष और काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की संयोजिका आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा के प्रदर्शन की सूचना पर रविवार सुबह ही उनके घर के बाहर पहरा लगा दिया गया था। वह पुलिस को चकमा देकर वह जोगीवाला तक पहुंच गईं।

उनके साथ दस अन्य महिला कार्यकर्ता भी थे, जिन्हें पुलिस ने रायपुर की ओर जाने से रोक दिया। यहां कांग्रेसियों की पुलिस से नोंक-झोंक भी हुई। इस दौरान हरिद्वार हाईवे पर यातायात भी प्रभावित रहा। बाद में पुलिस आशा मनोरमा समेत दस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले आई।

जहां से उन्हें पीएम मोदी के इन्वेस्टर्स समिट से वापस दिल्ली लौटने पर छोड़ा गया। आशा मनोरमा ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में मौजूदा केंद्र सरकार की दो कैबिनेट मंत्री सुषमा स्वराज और स्मृति ईरानी ने पेट्रोल, ड़ीजल और गैस कीमतों के साथ ही सीमा पर जवानों की हत्या के विरोध में तत्कालीन सरकार को चूड़ियां भेजी थीं और आज उन्हीं मुद्दों में भाजपा सरकार घिरी हुई है, इसलिए वह चूड़ियां लौटाने जा रही थीं।

कूच करने वालों में कुलदीप डोबरियाल, पार्षद मीना बिष्ट, रेखा डिंगरा, रुबी देवी, खुशबू रतूड़ी, अमित ममगाई, मयंक शर्मा, ब्रिज पाल, नीलम नंदा, पूनम देवी, पायल बहल, रेखा देवी, मनीषा, अमिता, विवेक शर्मा समेत अन्य शामिल थे।