कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर मनाये जाने वाले जश्न पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मोदी प्रधानमंत्री हैं, कोई शहंशाह नहीं, मगर उनके मंत्री उसी तरह जश्न मना रहे हैं, जैसे किसी शहंशाह के लिये मनाया जाता है।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन डलमउ पहुंची सोनिया ने संवाददाताओं से बातचीत में मोदी सरकार के दो साल पूरे होने और उनके मंत्रियों के जश्न मनाने के सवाल पर कहा ‘‘मैंने ऐसा कभी नहीं देखा। मोदी प्रधानमंत्री हैं, शहंशाह नहीं। उनके मंत्री ऐसे जश्न मना रहे हैं, जैसा किसी शहंशाह के लिये मनाया जाता है। मैंने ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा।’’ उन्होंने कहा कि देश में गरीबी, सूखा और भ्रष्टाचार है। किसान परेशान हैं, ऐसे में मुझे नहीं लगता कि इस तरह के जश्न मनाना सही बात है।
अपने परिवार पर लगातार लगाये जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को साजिश करार देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का अभियान भी एक षड्यंत्र है।
अपने दामाद राबर्ट वाड्रा के लन्दन स्थित ‘बेनामी’ आवास के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर सोनिया ने कहा ‘‘हां, यह भी हमारे परिवार के खिलाफ षड्यंत्र है। ये लोग रोज कुछ ना कुछ यह बहाना बनाते हैं। अगर यह आरोप सच है तो बिना भेदभाव के जांच करा ली जाए। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।’’ मालूम हो कि सरकार ने वाड्रा के लंदन में बेनामी आवास के मामले की नये सिरे से जांच शुरू की है।
इसके पूर्व सोनिया ने नगर पंचायत बोर्ड की बैठक के बाद नवनिर्मित नगर पंचायत भवन का लोकार्पण किया।
इस दौरान डलमउ कस्बे में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस केन्द्र के निर्माण में एक मेला प्रांगण की कुछ जमीन शामिल होने का विरोध कर रहे लोगों ने सोनिया को नारे लिखी तख्तियां दिखायीं और नारेबाजी भी की।
( Source – पीटीआई-भाषा )