नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के संबंध में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि पुलिस ने तथ्यों के आधार पर गिरफ्तारी की है। यह शक्ति के दुरुपयोग/राजनीतिक गिरफ्तारी का मामला नहीं है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पांचों मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को फौरी राहत देते हुए 4 हफ्ते हाउस अरेस्ट में रखने की बात कही है. सभी तब तक निचली अदालत से राहत मांग सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कांग्रेस के खिलाफ हमलावर हो गई है। गिरफ्तारी के खिलाफ राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद पलटवार किया है।शाह ने कहा कि कांग्रेस भारत के टुकड़े गैंग, नक्सलियों, फर्जी एक्टिविस्ट और भ्रष्ट लोगों का समर्थन करती है।

बीजेपी अध्यक्ष ने राहुल गांधी द्वारा 28 अगस्त 2018 को किये गए ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, ”मूर्खता के लिए केवल एक जगह है और वह कांग्रेस है। ‘भारत के टुकड़े-टुकड़े गैंग’, माओवादी, नकली एक्टिविस्ट और भ्रष्ट तत्वों का समर्थन कीजिए। उन सभी को बदनाम करें जो ईमानदार हैं और काम कर रहे हैं। राहुल गांधी की कांग्रेस में आपका स्वागत है।”