नई दिल्ली: भले ही लोकसभा चुनाव में अभी लंबा वक्त हो लेकिन बिहार में सियासी समीकरण अभी से बनने-बिगड़ने लगे हैं. कल दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मुलाकात हुई. दोनों ही नेताओं ने सीट शेयरिंग पर चर्चा की. फैसला हुआ कि दोनों (बीजेपी-जेडीयू) पार्टियां बराबर-बराबर सीटों पर लड़ेगी. हालांकि कितने सीटों पर लड़ेगी इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर लड़ सकती है.दिल्ली में जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की अमित शाह से मुलाकात के बीच बिहार में केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की. बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में शामिल उपेंद्र कुशवाहा ने हालांकि इस मुलाकात को सिर्फ संयोग बताया. हालांकि राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि दोनों (रालोसपा और आरजेडी) के बीच काफी लंबे समय से खिचड़ी पक रही है.कुशवाहा के मुलाकात के बाद तेजस्वी ने कहा, ‘‘2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी ने 40 में से 22 सीटें जीती थी. कुमार को एक बराबर साझेदार समझे जाने की इच्छा जताई जा रही है जिन्होंने केवल दो सीटें जीती थी और वह (बीजेपी) अपना जनाधार खो चुकी है जिससे अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की निराशा का पता चलता है.’’