नई दिल्लीः डाटा चोरी विवाद के बीच उठ रही इस्तीफे की मांग को फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने ठुकरा दिया। कहा, मुझे इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन यह साल काफी परेशानियों वाला रहा है। कंपनी निवेशकों ने हाल में ही जुकरबर्ग से अध्यक्ष पद छोड़ने की मांग की थी।

एक साक्षात्कार में जुकरबर्ग से पूछा गया कि क्या वह चेयरमैन पद से हटने की तैयारी कर रहे हैं। इस पर फेसबुक के सह-संस्थापक ने कहा, इस्तीफा देने की कोई योजना नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के बाद कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ डाटा चोरी विवादों में घिरी कंपनी के सीईओ पर हाल में आलोचनाओं को दबाने और लोगों के मन में कंपनी के खिलाफ गुस्से को दूर करने के लिए अरबपति कार्यकर्ता जॉर्ज सोरोस की सेवाएं लेने का आरोप लगा था। इसके बाद फेसबुक में 85 लाख पौंड की हिस्सेदारी रखने वाले ट्रिलियम एसेट मैनेजमेंट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जोनास करॉन ने जुकरबर्ग से इस्तीफा मांगा था।

सीओओ शेरिल पर नरम हुए

जुकरबर्ग ने फेसबुक की मुख्य परिचालन अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग का भी बचाव किया। कहा, वह कंपनी का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और कई बड़े मुद्दों पर कंपनी के प्रयासों को आगे बढ़ा रही हैं। वह दस साल से मेरे लिए महत्वपूर्ण भागीदार हैं। मैं उनके काम से काफी गौरान्वित महसूस करता हूं। मुझे उम्मीद है कि हम आगे भी कई दशकों तक साथ काम करते रहेंगे। दरअसल, डाटा चोरी संकट से सही तरीके से नहीं निपटने को लेकर सैंडबर्ग की आलोचना हो रही है और जुकरबर्ग भी उनसे नाराज चल रहे थे जिससे शेरिल की नौकरी जाने का भी खतरा था।

कंपनी का बचाव किया

जुकरबर्ग ने हालिया रिपोर्ट पर सफाई पेश करते हुए कहा कि इसमें मेरे अलावा बहुत सारी बातें भी हैं। कई बार जो बताया जाता है, वह सही नहीं होता है। इस साल हमारे बारे में जितनी बातें कही जा रही हैं, उनमें से बहुत सी सच्चाई से दूर हैं। हमारे साथ इस साल कई बड़े मामले जुड़े, मैं यह यह नहीं कह रहा कि वे नहीं हुए। लेकिन इन मामलों को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। भले ही वह सही थे या नहीं।