नई दिल्ली : अभी लोकसभा चुनाव में भले 6 महीने का वक्त है लेकिन महागठबंधन को लेकर बैठक का दौर शुरू हो चुका है। आपको बता दें कि पहली बैठक एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुक़ अब्दुल्ला और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बीच दिल्ली में बैठक हुई.इसमें तय किया गया है कि बीजेपी-विरोधी राजनीतिक गठबंधन के लिए एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया जाएगा और राजनीतिक दलों से शुरुआती बातचीत की ज़िम्मेदारी नायडू की होगी.हालांकि, दोनों दल दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश में राजनीतिक तौर पर एक-दूसरे के विरोधी हैं, लेकिन हाल के दिनों में ये चर्चा रही है कि अगले साल आंध्र प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी दोनों साथ जा सकते हैं.

तेलंगाना के लिए दोनों में पहले ही समझौता हो गया है.
गुरुवार की बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा, ”हमारा एक इतिहास रहा है, लेकिन हमने तय किया है कि हम उसकी तरफ़ रुख़ नहीं करेंगे और भविष्य के लिए मिलकर काम करेंगे.”इससे समझा जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में दोनों के बीच चुनाव को लेकर समझौता लगभग तय है. हालांकि, कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि नायडू प्रदेश में कांग्रेस को राजनीतिक ज़मीन मुहैया करवा कर बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं.