पंजाब के अपने 5 दिवसीय दौरे की शुरूआत करते हुए ‘आप’ नेता अरविंद
ने आज अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अन्य पार्टियां वातानुकूलित कक्षों में बैठकर घोषणापत्र तैयार करती हैं जबकि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता गांवों और घरों का दौरा कर उनकी समस्याओं से रू-ब-रू होते हैं।
संगरूर से दौरे की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब को अकालियों ने कंगाल कर दिया है व इनकी बुरी नीतियों के कारण देश का अन्नदाता आज आत्महत्याएं कर रहा है। संगरूर के गांवों में आत्महत्या करने वाले किसानों के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से वार्ता दौरान केजरीवाल ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश का अन्नदाता आत्महत्याएं कर रहा है जबकि इसके मंत्री मौज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब में सत्ता में आने पर दिल्ली के भ्रष्टाचार रोधी मॉडल को लागू करेंगे। पंजाब में फैले भ्रष्टाचार संबंधी केजरीवाल ने कहा कि ‘आप’ ने अपनी पहली पारी दौरान ही 49 दिनों में दिल्ली भ्रष्टाचार से मुक्त कर दी थी व पंजाब में सरकार बनने के बाद 2 महीनों के अंदर पंजाब से भ्रष्टाचार खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने आज सुनाम में व्यापारियों की बैठक दौरान कहा कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं सिर्फ नीयत की कमी है। दिल्ली की तरह पंजाब के लोगों को मुख्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। व्यापारियों द्वारा रखी समस्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि पंजाब में टैक्स प्रणाली को सरल बनाया जाएगा, सैम्पङ्क्षलग प्रणाली खत्म की जाएगी व जो पंजाब का व्यापार 28,500 करोड़ रुपए का टैक्स सरकार को अदा करता है, उसमें से विशेष लाभ व्यापारियों को दिया जाएगा। बिजली के रेट कम किए जाएंगे।
मानसा में मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल द्वारा केजरीवाल की पंजाब आमद पर ‘फसली बटेर’ व ‘बहुत आए, बहुत गए’ टिप्पणी का जवाब देते केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में अकाली विकास व पंथ के नाम पर पंजाब के लोगों को गुमराह कर वोट बटोर कर नकली शेर बन रहे हैं, जबकि पंजाब के लोगों की उम्मीदों पर खरे न उतर कर वे बेगाने खेतों में गन्ने चूसने वाले गीदड़ साबित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री पंजाब सत्य ही कह रहे हैं कि ‘बहुत आए, बहुत गए’ क्योंकि अब आम आदमी आ गए हैं और शेरों की चमड़ी पहनने वाले गीदड़ों को वे सत्ता से उखाड़ कर दूर फैंक देंगे।
केजरीवाल आज समीपी गांव मौड़ा में आॢथक तंगी से आत्महत्या करने वाले किसान के घर-परिवार के मैंबरों से दुख सांझा करने के लिए भी पहुंचे। इस मौके उनके साथ भगवंत मान, संजय सिंह, कंवरजीत कुकी, मदन लाल, शीशपाल, आनंद,गुरमेल आदि हाजिर थे।