नई दिल्लीः अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के मामले में सोमवार से सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई एकबार फिर टल गई है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई थीं। जहां एक ओर अयोध्या मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी का कहना है कि हम चाहते हैं कि अब फैसला होना चाहिए क्योंकि मसला लंबा हो गया है वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘अब हिन्दुओं का सब्र टूट रहा है। मुझे भय है कि अगर हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा?’

इकबाल अंसारी का कहना है, ’70 साल का मसला है। इस सुनवाई से नेताओं के लिए चांदनी रात हो जाती है। फैसला होना चाहिए। झगड़ा खत्म होना चाहिए। हमने सबूत पेश किया है। राम मंदिर के लिए कोई नया कानून लाने की जरूरत नहीं है। अदालत फैसला करेगी।’

राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास वेदांती ने कहा कि कोर्ट के फैसले से राम मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मंदिर का निर्माण 2019 के पहले शुरू हो जाएगा। उन्होंने कोर्ट के जजों से अपील की है कि फैसला जल्द सुनाएं।