नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए केंद्र और हरियाणा एवं पंजाब की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार के सभी प्रयासों के बावजूद वे कुछ भी करने को तैयार नहीं हैं।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”दिल्ली में प्रदूषण पूरे वर्ष नियंत्रण में रहा, लेकिन प्रतिवर्ष इस समय (सर्दी) दिल्ली को केंद्र, भाजपा नीत हरियाणा और कांग्रेस नीत पंजाब सरकारों के चलते गंभीर प्रदूषण का सामना करना पड़ता है।”

उन्होंने कहा, ”हमारे सभी प्रयासों के बावजूद वे कुछ भी करने को तैयार नहीं हैं। इन दोनों राज्यों के किसान भी अपनी सरकारों से तंग आ चुके हैं।”

न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है और सोमवार को समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 348 था। पराली जलाना सर्दियों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के किसानों की प्रशंसा की जो खेतों में पराली नहीं जलाते।

बता दें कि, एक्यूआई का स्तर 0 से 50 के बीच ”अच्छा” माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह ”संतोषजनक” स्तर पर होता है और 101 से 200 के बीच इसे ”मध्यम” श्रेणी में रखा जाता है। हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 201 से 300 के बीच ”खराब”, 301 से 400 के बीच ”बहुत खराब” और 401 से 500 के बीच ”अत्यंत गंभीर” स्तर पर माना जाता है।