वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में रविदास मंदिर में माथा टेकने के बाद बीएचयू दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। मोदी ने बीएचयू के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय को बहुत बड़ा विजनरी बताया। महामना ने नौजवानों को देश के लिए तैयार किया। उन्होंने कहा कि महामना की तरह महात्मा गांधी ने गुजरात में विद्यापीठ बनाई। बीएचयू में पढऩा छात्रों के लिए गर्व की बात। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीएचयू के 100वें दीक्षांत समारोह में आना गर्व की बात।
प्रधानमंत्री मोदी की बीएचयू दीक्षांत समारोह की मुख्य बातें-
-100 सालों में बीएचयू से अनगिनत मेधावी छात्र निकले।-महामना की तरह महात्मा गांधी ने गुजरात में विद्यापीठ बनाई।
-छात्रों में सपने साकार करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए।-महामना ने नौजवानों को तैयार किया।-आपके अंदर का छात्र मरना नहीं चाहिए।
-महामना बहुत बड़े विजनरी थे।-बीएचयू के 100वें दीक्षांत में आना सौभाग्य की बात।-पढ़ाई पूरी होनी के बाद जिंदगी की कसौटी शुरू होती है। -दीक्षांत समारोह है शिक्षांत समारोह नहीं।-सर्टिफिकेट मिलने के बाद समाज पूछता है आगे क्या?-आपके अंदर की जिज्ञासा हमेशा जीवित रहनी चाहिए। -देशवासियों को योग पर गर्व करना चाहिए।-हमारे देश की परंपरा शिक्षा के बाद दीक्षा।-ज्ञान का प्रकाश हमें रास्ता दिखाता है, देश-दुनिया के सामने बहुत सारी चुनौतियां।-पूरे ब्रह्मांड को हम परिवार मानते हैं।-हम प्रकृति से प्रेम करने वाले लोग हैं।

चांद को हम चंदा मामा बोलते हैं।देश के वैज्ञानिकों को चुनौतियां देने आया हूं।
नए शोध व अविष्कार कर सकतें हैं क्या।