नई दिल्ली : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के लंबे समय से अस्वस्थ होने के मद्देनजर राज्य में नई सरकार को लेकर हलचल तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई थी लेकिन अब वह एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने की कोशिश में लग गई है।

दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मनोहर पर्रिकर के स्थान पर किसी और को मुख्यमंत्री बनाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि वह पद पर बने रहेंगे। कांग्रेस के विधायक सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात करने के लिए पहुंचे किंतु भेंट नहीं हो सकी। कांग्रेस नेताओं ने राजभवन में एक पत्र दिया जिसमें पार्टी ने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए मौका देने की मांग की है।

कांग्रेस नें राज्यपाल को सौंपे दो ज्ञापन
राज्य में 16 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के विधायक दल के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा ‘ हमनें राज्यपाल को दो ज्ञापन सौंपे हैं। एक ज्ञापन में कहा गया कि विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया। उसका परिणाम सामने हैं कि राज्य में सरकार किस तरीके से चल रही है। सरकार होते हुए भी नहीं के बराबर है।’उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सरकार बनाने के लिए विधायकों का पर्याप्त है इसलिए हमने सरकार बनाने दावा किया है। राज्यपाल यहां रविवार को आयेंगी तब हम उनसे सरकार बनाने के लिए मौका देने का आग्रह करेंगे। कावलेकर ने कहा कि पार्टी के 16 में से 14 विधायक राजभवन आये थे लेकन राज्यपाल से मुलाकात संभव नहीं हो सकी है।