नई दिल्ली : पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान चीन के दौरे को लेकर काफी चर्चा है। हलांकि अभी एक महीने का वक्त है लेकिन राजनितिक गलियारों में चर्चा जोरों से है। आपको बता दें की जिस दिन इमरान खान चुनाव जीते थे उस दिन ही चीन के तरीफों के पुल बांधना शुरू कर दिया था। इस दौरान वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) सहित विभिन्न मसलों पर चर्चा करेंगे।पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरुवार को अमेरिका में यह जानकारी दी। अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ पीस के एक कार्यक्रम में कुरैशी ने कहा, ‘पांच हजार करोड़ डॉलर की लागत वाली सीपीईसी परियोजना पाकिस्तान के लिए बेहद अहम है। इसे हम जल्द पूरा करना चाहते है।इस संबंध में हम चीनी अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि नई सरकार के लिए बेहद अहम इस योजना से जुड़े कुछ खास हिस्सों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उम्मीद है कि नवंबर में प्रधानमंत्री चीन जाएंगे।वह सीपीईसी से जुड़े विभिन्न मसलों पर चीन सरकार से चर्चा करेंगे।’ पाकिस्तान की चीन से बढ़ती नजदीकी के बारे में पूछे जाने पर कुरैशी ने कहा कि चीन से हमारे संबंध अमेरिका की कीमत पर नहीं हैं। अमेरिका वैश्विक खिलाड़ी के तौर पर बड़ी भूमिका में था और बना रहेगा।