नई दिल्लीः अनुभवी मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने गुरूवार को फाइनल में प्रवेश किया जबकि एल सरिता देवी अंतिम चार में पहुंची जिससे भारतीय मुक्केबाजों ने पोलैंड के गिलवाइस में चल रही महिलाओं की 13वीं अंतरराष्ट्रीय सिलेसियन मुक्केबाजी चैंपियनशिप में सात पदक पक्के किए। पांच बार की पूर्व विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने रिंग में पैर रखे बिना ही 48 किग्रा लाइट फ्लाइवेट वर्ग में खिलाड़ियों के छोटे ड्रा के कारण सेमीफाइनल में जगह बना ली थी। उन्होंने सेमीफाइनल में यूक्रेन की हन्ना ओखोटा को हराकर फाइनल में प्रवेश किया जिससे कम से कम एक रजत पदक पक्का हो गया।

भारत की पहली और एशियाई खेलों की एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम फिटनेस मुद्दों के कारण हाल में संपन्न एशियाई खेलों से बाहर रहने के बाद रिंग में वापसी कर रही हैं। पूर्व विश्व चैंपियन और एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता सरिता ने 60 किग्रा वर्ग में बुधवार रात चेक गणराज्य की एलेना चेकी को 5-0 से शिकस्त दी। वह सेमीफाइनल में कजाखस्तान की ही करीना इब्रागिमोवा से भिड़ेंगी। दूसरे भारतीयों में रितु ग्रेवाल ने रूस की स्वेतलाना रोजा के खिलाफ 4-1 की जीत से 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई जबकि लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) चेक गणराज्य की मार्टिना श्मोरानजोवा को हराकर अंतिम चार में पहुंच गई हैं।

अंतिम चार में प्रवेश करने वाली अन्य मुक्केबाजों में पूर्व एशियाई युवा चैम्पियन मनीषा (54 किग्रा) और पूजा रानी (81 किग्रा) रहीं। मनीषा ने पूर्व विश्व चैम्पियन कजाखस्तान की दिना झोलामन को 5-0 से जबकि पूजा ने यूक्रेन की अनास्तासिया चेरनोकोलेंको को क्वार्टरफाइनल में पराजित किया। युवा प्रतिस्पर्धा में ज्योति गुलिया (51 किग्रा) ने जर्मनी की राफाएला अरामपत्जी पर 5-0 की जीत से पदक दौर में प्रवेश किया।