नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ ने और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने मंगलवार को घोषणा की है कि वह 2019 का लोकसभा चुनाव (2019 LokSabha Election) नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह अगले छह महीने उत्तर प्रदेश में राम मंदिर बनाने और गंगा की सफाई के मुद्दे पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगी। आपको बता दें कि इससे पहले केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी ऐलान कर चुकी है कि वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि अभी राजनीति से संन्यास लेने का फैसला नहीं लिया है।

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही उमा भारती ने कहा था कि राम मंदिर पर बीजेपी का अकेले पेटेंट नहीं है। भगवान राम सबके हैं। उमा भारती ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी, बसपा, अकाली दल, ओवैसी और आजम खान जैसों से राम मंदिर निर्माण के लिए आगे आने की अपील करती हैं। उत्तराखंड में एक कार्यक्रम के दौरान उमा भारती ने कहा था कि जिस तरह अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन कर रहेगा, उसी तरह गंगा का जल अविरल और निर्मल होकर रहेगा। केंद्र सरकार गंगा की स्वच्छता के लिए संकल्पबद्ध है।

इससे पहले सुषमा स्वराज ने अपने स्वास्थ्य के बारे में मीडिया के सामने बात रखी और कहा कि डॉक्टरों की ओर से उन्हें धूल से बचने के लिए कहा गया है। इस वजह से वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। 41 साल से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहते हुए अब केंद्रीय मंत्री की भूमिका निभा रहीं सुषमा स्वराज ने कहा, ‘दिसंबर 2016 में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से डॉक्टरों ने मुझे धूल से बचने की हिदायत दे रखी है। इसी वजह से मैं काफी समय से चुनावी सभाओं से दूर रही हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जब भी चुनावी कार्यक्रमों के लिए जाती हूं, कोशिश रहती है कि आयोजन बंद कमरों में हों। धूल से बचे रहना मेरे स्वास्थ्य की पहली प्राथमिकता है।’