बीजेपी के फायरब्रांड हिंदूवादी नेता योगी आदित्यनाथ ने महिषासुर पर दिए स्मृति ईरानी के बयान का समर्थन किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेएनयू में कुछ छात्र संगठनों के द्वारा महिषासुर की जयंती मनाना क्या उचित है? ये पिछले कई वर्षों से वहां के कुल लोगों द्वारा किया जा रहा है। जब नवरात्र के अवसर पर पूरा देश मां दुर्गा के नाम का व्रत रखता है तो उस समय जेएनयू में महिषासुर की जयंती मनाई जाए तो ये शिक्षा…। वहीं जब उनसे महिषासुर के सहादत दिवस पर बीजेपी नेता उदित राज के जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये बात उनसे पूछा जाना चाहिए। हम मानव संसाधन विकास मंत्री के दिए गए वक्तव्य का समर्थन करते हैं।
दरअसल गुरुवार को जेएनयू मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच राज्य सभा में स्मृति ईरानी तीखी बहस के दौरान जेएनयू में महिषासुर और देवी दुर्गा को अभद्र रूप में पेश करने का मुद्दा उठाया। अपने भाषण के दौरान स्मृति ईरानी ने जेएनयू में देवी दुर्गा के अपमान का मुद्दा उठाया। इसी मुद्दे पर विपक्ष ने देवी दुर्गा के बारे में इस तरह से चित्रण करने पर स्मृति ईरानी से माफी की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि माफी न मांगने पर सदन ठप कर देंगे।

स्मृति ईरानी के अभिभाषण ने जेएनयु के ढोल की पोल खोल दी. बहुत प्रभावशाली और तथ्यपूर्ण था