एम्स के मुददे को लेकर जम्मू बंद के बीच केंद्र सरकार के एक साल पूरा होने पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू पहुंचे जहां पर उन्हें जनता के आक्रोष का सामना करना पडा। उनके जम्मू पहुंचने पर कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य और पैंथर्स पार्टी के लोगों ने अपना विरोध जताते हुए काले झण्डे दिखाए। वह ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) को जम्मू से कश्मीर में शिफ्ट किए जाने का विरोध कर रहे थे। उन्होंने राजनाथ सिंह गो बैक के नारे भी लगाए। इस मौके पर पैंर्थस पार्टी के चैयरमैन तथा नेता हर्षदेव सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने जम्मू के लोगों के साथ भेदभाव करते हुए एम्स को श्रीनगर शिफट किया है वहीं जम्मू में बननी वाली कृत्रिम झील का काम भी बंद करवा दिया है। उन्होंने कहा कि ’पैर्थस पार्टी इस भेदभाव को हरगिज बदार्शत नहीं करेगी। जम्मू के अधिकारों के लिए लड़ी जाने वाली किसी भी लड़ाई में वे पीछे नहीं रहेगी। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह टायर जलाकर राजनाथ सिंह के आगमन का भी विरोध किया था।वहीं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी जम्मू बंद का समर्थन करते हुए विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनों में भाग लिया। उन्होंने बार एसोसिएशन की कोआर्डिनेशन कमेटी को समर्थन देते हुए जम्मू में एम्स की मांग को दोहराया। कांग्रेस नेताओं आरोप लगाया कि भाजपा और पीडीपी की गठबंधन सरकार के नरम नीतियों कारण ही अलगाववादियों और देश विरोधी ताकतों को प्रोत्साहित मिल रहा है। उनका आरोप था कि चुनाव के दौरान किए गए वादों को भूलकर भाजपा ने कुर्सी के आगे घुटने टेक दिए।
हड़ताल का फैसला जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से लिया गया था जिसमें विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ कुछ सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने भी हिस्सा लिया।