लोकसभा की कार्यवाही के दौरान आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया वहीं आज पीएम मोदी ने राहुल को थोड़ी खुशी भी दी। दरअसल, आज पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कई भाषणों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा देशहित को ऊपर रखा है।
वहीं उन्होंने एक लेटर को पढ़ते हुए कहा कि सदन एक ऐसा फोरम है जहां तर्क रखे जाते है, जहां तीखे जवाब दिए जाते है, एक ऐसा फोरम है जहां सरकार पर सवाल किए जाते है, जहां सरकार को अपना बचाव करना होता है, अपने पक्ष में सफाई देनी होती है। बहस के दौरान किसी को बख्शा नहीं जाता और उसकी उम्मीद भी नहीं की जानी चाहिए। लेकिन बहस के दौरान सदन की गरिमा और मर्यादा बनी रही तो हम अपनी बात और मजबुती से रख पाएंगे और साथ ही साख भी बना पाएंगे। इसके साथ उन्होंने कहा कि ये उपदेश नरेंद्र मोदी का नहीं है ये भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमान राजीव गांधी का है। इतना कहते ही राहुल गांधी के चेहरे पर मुस्कान आ गई।

बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने कई बार अपनी बयानबाजी के जारिए संसद की कार्यवाही को रोकने की कोशिश की जिसपर आज पीएम मोदी ने पिता राजीव गांधी के संसद के उपदेश को पढ़ कर सुनाया।
वहीं उन्होंने एक लेटर को पढ़ते हुए कहा कि सदन एक ऐसा फोरम है जहां तर्क रखे जाते है, जहां तीखे जवाब दिए जाते है, एक ऐसा फोरम है जहां सरकार पर सवाल किए जाते है, जहां सरकार को अपना बचाव करना होता है, अपने पक्ष में सफाई देनी होती है। बहस के दौरान किसी को बख्शा नहीं जाता और उसकी उम्मीद भी नहीं की जानी चाहिए। लेकिन बहस के दौरान सदन की गरिमा और मर्यादा बनी रही तो हम अपनी बात और मजबुती से रख पाएंगे और साथ ही साख भी बना पाएंगे। इसके साथ उन्होंने कहा कि ये उपदेश नरेंद्र मोदी का नहीं है ये भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमान राजीव गांधी का है। इतना कहते ही राहुल गांधी के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
