
कश्मीर के पुलवामा जिले में आज आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर एवं पाकिस्तानी नागरिक अबु दुजाना और उसका सहयोगी मारा गया। अबु दुजाना सुरक्षा बलों पर कई हमलों के मामलों में वांछित था। यह जानकारी सेना ने दी है।
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बल आतंकवाद निरोधी अभियान में लगे हुए थे। तभी 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने उनपर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए।
इस अभियान की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा कि सुरक्षाबलों को कल रात अबु दुजाना और उसके स्थानीय सहयोगी आरिफ लिलहारी के पुलवामा स्थित हकरीपुरा इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्होंने इलाके को घेर लिया और इलाके की तलाशी लेनी शुरू कर दी।
छिपे हुए आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच आज सुबह मुठभेड़ हो गई।
अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ में दोनों आतंकी मारे गए। उनके शव बरामद कर लिए गए हैं और अभियान खत्म कर दिया गया है।
अबु दजाना दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा बलों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर किए जा चुके कई आतंकी हमलों के मामलों में वांछित था।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वह ‘ए’ श्रेणी का आतंकी था और उस पर दस लाख रूपए का ईनाम था।
अधिकारी ने कहा कि आतंकवाद रोधी अभियान के जारी होने के दौरान 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर बरसाए।
उन्होंने कहा कि पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े, पैलेट दागे और कई राउंड गोलियां चलाईं।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में दो लोग घायल हो गए। अंतिम रिपोर्टआने तक झड़पें जारी थीं।
अधिकारी ने कहा कि जहांगीर अहमद डार की पीठ में पैलेट लगी जबकि मुदासिर अहमद की छाती में पैलेट लगीं। दोनों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गई हैं।
दो आतंकियों के मारे जाने पर घाटी के अन्य हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं की गति धीमी कर दी गई है।
( Source – PTI )