
केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने भाजपा…आरएसएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ते हमलों के लिए केरल में माकपा नीत एलडीएफ सरकार पर हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि जब भी एलडीएफ सरकार सत्ता में आती है राज्य में हिंसा की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
जेटली ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी शासन के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की राज्य में सबसे ‘‘क्रूर और बर्बर’’ तरीके से हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्वित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि हिंसा में लिप्त रहने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।
जेटली ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रत्येक बार जब एलडीएफ सत्ता में आती है हिंसा की घटनाएं बढ़ जाती हैं। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की राज्य में सबसे ‘‘क्रूर और बर्बर’’ तरीके से हत्या की जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना राज्य की जिम्मेदारी है कि इन अपराधों को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाए और उन्हें ऐसी कड़ी सजा मिले जो प्रतिरोध का काम करे।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस से भी उम्मीद की जाती है कि वह निष्पक्ष रहेगी और यदि ये दो चीजें नहीं होती हैं तो राज्य में हिंसा की घटनाएं नहीं रूकेंगी।
जेटली आज यहां सुबह आरएसएस कार्यकर्ता राजेश के रिश्तेदारों से मिले जिसकी हाल में राज्य में हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात करने के बाद कहा, ‘‘आप एक बेगुनाह को घेरते हैं, पकड़ते हैं जब वह अकेले होता है और उसके शरीर पर कई घाव देते है।’’ उन्होंने कहा कि केरल में बड़ी संख्या में भाजपा…आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है।
जेटली ने कहा, ‘‘प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एक हमले में बाल..बाल बच गए। हमारे कार्यकर्ताओं के घरों पर हमला किया जा रहा है और उनमें से कई हमलों में घायल हो रहे हैं।’’ जेटली ने कहा कि दक्षिण के राज्य में उन्होंने जो सुना और जो देखा जा रहा है उससे उन्हें ‘‘दुख’’ हुआ क्योंकि इससे प्रत्येक भारतीय को दुखी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केरल और उसके लोगों में काफी क्षमताएं हैं और राज्य को शांति की जरूरत है, एक शांतिपूर्ण महौल, सभ्यता और लोकतंत्र की ‘‘सबसे अच्छे स्वरूप में’’ जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी विचलन एक अपवाद है और इसकी निंदा की जा सकती है और दोषियों को सजा दी जा सकती है। यद्यपि जब श्रृंखलाबद्ध घटनाएं होती हैं, उससे राज्य का माहौल खराब होता है जिससे उसके लोगों, अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है जिसके परिणामस्वरूप लोकतंत्र प्रभावित होता है।’’
( Source – PTI )