
केरल विधानसभा चुनाव में जीत की तरफ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे के बढ़ते कदम के बीच माकपा में अब सोच-विचार का सिलसिला शुरू हुआ कि किस पार्टी नेता को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए।
चुनाव प्रचार के दौरान मोर्चा ने किसी नेता को मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं किया था। उसने तब कहा था कि चुनाव नतीजा आने के बाद इसका फैसला किया जाएगा।
इस पद के लिए संभावित उम्मीदवार वीएस अच्युतानंदन :93 वषर्: और पोलित ब्यूरो सदस्य पिनारयी विजयन :71 वषर्: दोनों बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं।
माकपा के सूत्रों के अनुसार पार्टी नेतृत्व एक या दो दिन में अपने संसदीय दल का नेता चुनने के लिए बैठक करेगा और मोर्चा के साझेदारों को उसकी जानकारी दे दी जाएगी। उसके साझेदारों में भाकपा, राकांपा और जद :एस: शामिल हैं।
भाकपा ने कहा कि माकपा राज्य के अगले मुख्यमंत्री पर अपना फैसला लेगी।
भाकपा के केरल सचिव के. राजेंद्रन ने पीटीआई-भाषा को एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘गठबंधन के बड़े साझेदार के रूप में माकपा इसपर फैसला करेगी। वे हम समेत अन्य साझेदारों को इसकी सूचना देगी और उसके बाद हम कोई संयुक्त फैसला करेंगे।’’ राजेंद्रन ने कहा, ‘‘उन्हें अपने संसदीय दल नेता पर कोई फैसला करने दें। उसके बाद हम अपना विचार पेश करेंगे।’’
( Source – पीटीआई-भाषा )