
देश के चार राज्यों में संपन्न विधानसभा चुनाव में कुछ नए रिकार्ड दर्ज हो गए हैं। असम में जीत के साथ ही भाजपा ने आज जहां किसी पूर्वोत्तर राज्य में पहली बार सत्ता हासिल की है वहीं असम और केरल की कमान कांग्रेस के हाथों से फिसल गयी है । तमिलनाडु में तमाम चुनावी आकलनों के विपरीत जयललिता की अगुवाई में अन्नाद्रमुक और उधर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस दूसरी बार भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ गयीं।
छोटा सा संघशासित प्रदेश पुडुचेरी त्रिशंकु विधानसभा की ओर बढ़ रहा है जहां सत्तारूढ़ एआईएनआरसी तथा कांग्रेस. द्रमुक गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर की स्थिति बनी हुई है ।
असम में पिछले 15 साल से सत्ता में रही कांग्रेस को नकार कर जनता ने पहली बार भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन पर भरोसा जताया जो कुल 126 सीटों में से 80 पर बढ़त लिए हुए है ।
पिछले चुनाव में केवल पांच सीटें जीतने वाली भाजपा अकेले दम पर 56 सीटों पर आगे चल रही है । उसकी सहयोगी असम गण परिषद और बोडो पीपुल्स फ्रंट क्रमश: 15 और 12 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त लिए हुए है । पिछले चुनाव में 78 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस केवल 27 सीटों को बचाने के लिए संघर्ष करती नजर आ रही है ।
बदरूद्दीन अजमल की कमान में एआईयूडीएफ 9 सीटों पर आगे है और छह सीटों पर निर्दलीय अपना प्रभाव दिखा रहे हैं ।
चार राज्यों और पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात तमिलनाडु में सामने आयी है जहां अन्नाद्रमुक ने शानदार जीत हासिल की है । हालांकि मतदान बाद के सर्वेक्षणों में उसके सत्ता से बाहर जाने की भविष्यवाणियां जोरशोर से की गयी थीं ।
( Source – पीटीआई-भाषा )