चित्तौड़गढ़, 05 अगस्त/केन्द्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव एवं चित्तौड़गढ़ जिले में जल शक्ति अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार की ओर से नियुक्त केन्द्रीय नोडल अधिकारी के.बी. सिंह ने कहा है कि बरसाती जल के संरक्षण और लोक जीवन में पानी के मितव्ययी उपयोग पर अभी से गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान जनता का अपना अभियान बने, इसके लिए सभी विभागों, संस्थाओं और आम जन को मिलकर इसे जन अभियान के रूप में स्थापित करने और हर तरफ जल के दीर्घकालीन संग्रहण व संरक्षण के लिए व्यापक लोकचेतना जगाने की आवश्यकता है। जल शक्ति अभियान का यही उद्देश्य है।

केन्द्रीय संयुक्त गृह सचिव एवं केन्द्रीय नोडल अधिकारी के.बी. सिंह ने सोमवार शाम चित्तौड़गढ़ सर्किट हाउस में जल शक्ति अभियान से संबंधित समीक्षा बैठक मेंं यह आह्वान किया। बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती नम्रता वृष्णि, विभिन्न ब्लॉक्स के लिए नियुक्त केन्द्रीय नोडल एवं तकनीकि अधिकारी आर.के. सोनी, दीपिका पोखरणा, ओमप्रकाश स्वामी, सत्येन्द्र कुमार, वाटरशेड के अधीक्षण अभियन्ता अतुल कुमार जैन, उप निदेशक कृषि दिनेश कुमार जागा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

केन्द्रीय नोडल अधिकारी के.बी. सिंह ने चित्तौड़गढ़ जिले में जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत अब तक संचालित विभिन्न गतिविधियों, क्षेत्रीय भ्रमण में सामने आए अनुभवों, जल संरक्षण की स्थिति एवं इसमें सुधार के लिए जरूरी उपायों, जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत सभी विभागों के समन्वय व भागीदारी से आगामी समय में क्रियान्वित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों, व्यापक लोक चेतना जगाने के लिए आईईसी एवं प्रचार गतिविधियों, स्थानीय परिस्थितियों में अभियान के बेहतर सूत्रपात एवं अपेक्षित उपलब्धियों को सामने लाने के लिए जरूरी उपायों आदि  पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले में सभी 11 ब्लॉक्स में सभ्ी 1 हजार 734 गांवों की 3डी कन्टूर मेपिंग एवं जीआईएस तकनीक के माध्यम से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत जल संरक्षण व वर्षा जल संचयन, परम्परागत एवं अन्य जलाशयों के जीर्णोद्धार, बोरवेल रिचार्ज स्ट्रक्चर के रियूज, जलग्रहण क्षेत्र विकास एवं सघन वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

केन्द्रीय संयुक्त गृह सचिव सिंह ने बताया कि जिले में ब्लॉक्स एवं जिलास्तर पर जिला सिंचाई येाजना के साथ समन्वित कर जल संरक्षण योजना, सिंचाई में निपुण जल उपयोगएवं जल उपलब्धता के अनुसार फसल के चयन को प्रोत्साहित करने तथा खेती-बाड़ी और उद्यानिकी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए शहरी अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग सुनिश्चित करने की दिशा में कारगर योजना बनाकर काम किया जाएगा।

केबी सिंह ने यह भी कहा कि कृषि और सिंचाई के क्षेत्र में जल संरक्षण के साथ ही जल के मितव्ययी उपयोग पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।

विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत अपने-अपने विभाग की भूमिका और भागीदारी तथा अब तक संपादित गतिविधियों के बारे में अवगत कराया और कहा कि विभागीय स्तर पर जल शक्ति अभियान को आशातीत सफलता देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती नम्रता वृष्णि ने जल शक्ति अभियान के बारे में अब तक की कार्यवाही की जानकारी दी और बताया कि सभी विभागों के समन्वय से जिले में प्रभावी कार्य किया जा रहा है।

अधीक्षण अभियन्ता अतुल जैन ने जिले में जल संरक्षण से संबंधित विभिन्न प्रकार के आंकड़ों की जानकारी दी और इससे संबंधित योजना पर प्रकाश डाला।

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