
उगते हुये सूर्य को अघ्र्य दिये जाने के साथ ही आज चार दिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया।
इस मौके पर राज्य भर में गंगा नदी और अन्य जलाशयों के घाटों पर एकत्र लाखों श्रद्धालुओं ने आज उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ ही अपना 36 घंटे का व्रत पूरा किया।
अधिकारिक सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक आज सुबह छठ पूजा के दौरान अलग-अलग घटनाओं में खगड़िया, मुजफ्फरपुर और पटना जिलों में सात बच्चे डूब गये।
पटना में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर बनाए गये तालाब में उगते सूर्य को ‘अघ्र्य’ दिया और राज्य एवं देश में शांति, समृद्धि और विकास के लिए भगवान भास्कर से प्रार्थना की।
कुमार की भाभी ने मुख्यमंत्री आवास पर पूजा की।
कुमार के गठबंधन सहयोगी और राजद नेता लालू प्रसाद के परिवार ने इस बार अपने 10 सकरुलर आवास पर ‘छठ’ का आयोजन नहीं किया जो हर साल मीडिया के बीच आकषर्ण का केन्द्र बना रहता था।
चार नवंबर को शुरू चार दिवसीय और बिहार के सबसे पवित्र पर्व छठ पूजा के शांतिपूर्वक समाप्त हो जाने से प्रशासन ने राहत की सांस ली। हालांकि इस दौरान डूबने की छिटपुट घटनाएं हुयीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी के घाटों का निरीक्षण किया था और इसकी तैयारियों के लिए कल जिला प्रशासन की सराहना की थी।
एक अधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि पटना के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार अग्रवाल ने कल शाम और आज सुबह खुद घाटों की निगरानी की और पूरे प्रबंध पर नजर रखी। उन्होंने पूजा के सफलतापूर्वक समाप्त होने पर संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि प्रशासन अधिकारियों और कर्मचारी को उनके अच्छे काम के लिए सम्मानित करेगी।
( Source – PTI )