
गोंड और कलमकारी जैसे शिल्प, पिछवई पेंटिंग और हाथ से सूत कातकर बुनी गयी बनारसी और कोटा की साड़ियांे को नये फैशन और कला कलेक्शन में स्थान दिया गया है। इसका लक्ष्य भारत की दम तोड़ती वस्त्र संबंधी विरासत और वन्य जीव का संरक्षण है।
डिजायनर विधि सिंघानिया और राजकुमारी नंदिनी सिंह ने हाल ही में अपने कलेक्शन यहां लांच किये।
जहां विधि के कार्यों में परपंरा और समकालीन फैशन की झलक दिखायी पड़ती है वहीं नंदिनी के कलेक्शन में खजुराहो और उज्जैन के मंदिरों की दीवारों पर दर्ज कला स्वरूपों की झलक दिखायी दे रही है।
( Source – पीटीआई-भाषा )