
वरिष्ठ भाकपा नेता डी ज्ञानैया का 97 साल की उम्र में आज यहां निधन हो गया। पार्टी सूत्रों के अनुसार वह पिछले कुछ समय से बीमार थे।
उनका पिछले कुछ समय से इलाज चल रहा था और दो दिन पहले एक निजी अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी गयी थी। श्वसन संबंधी तकलीफ के कारण कल शाम उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया और तड़के करीब साढ़े चार बजे उनका निधन हो गया।
वर्ष 1940 में मदुरै के तिरूमंगलम में जन्मे ज्ञानैया 20 साल की उम्र में कम्युनिस्ट आंदोलन में शामिल हुए थे। डाक विभाग में काम करने के दौरान वह राष्ट्रीय डाक एवं दूरसंचार कर्मचारी संघ के महासचिव बने। ज्ञानैया पूर्व में भाकपा की प्रदेश एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे और पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति के प्रमुख थे।
उन्होंने अलग-अलग विषयों पर 30 उपन्यास लिखे।
उनकी अंत्येष्टि मंगलवार को होगी।
ज्ञानैया के परिवार में उनकी एक बेटी है। उनकी पत्नी का 1993 में निधन हो गया था।
( Source – PTI )