
बीएमसी द्वारा अपने इलाके के जलाशयों से पानी खींचने के विरोध में नजदीकी ठाणे जिले के शाहपुर शहर के 100 से अधिक लोगों ने एक मार्च का आयोजन किया और यहां मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर आगे बढ़े। यहां के निवासियों का कहना है कि वे खुद पानी की कमी से जूझ रहे हैं।
स्थानीय भाजपा नेता संतोष शिंदे की अगुवाई में इन निवासियों ने इस मार्च को ‘जलदिनदी पदयात्रा’ :पानी के लिए विरोध मार्च: का नाम दिया और आरोप लगाया कि उनकी धरती करोड़ों मुंबईवासियों को पानी की आपूर्ति कर रही है लेकिन खुद उन्हें प्यासा छोड़ दिया गया है जो ‘अनुचित और अमानवीय’ है।
शिंदे ने बताया, ‘‘इस पदयात्रा के जरिए हम भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति करने की मांग कर रहे हैं अन्यथा हम अपनी धरती से मुंबईवासियों के लिए की जाने वाली पानी की आपूर्ति को बंद कर देंगे।’’ शाहपुर तहसील के बाहरी इलाके में चार जलाशय भतसा, टंसा, मोदक सागर और मिडिल वैतरना है। इन जलाशयों से पाइप लाइन के जरिए रोजाना मुंबई को 2,960 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है।
शिंदे ने सवाल किया, ‘‘एक दिन में मुंबईवासियों को जितने पानी की आपूर्ति की जाती है उतना हमारे लिए साल भर के लिए पर्याप्त है। क्या बीएमसी या राज्य सरकार ऐसा नहीं कर सकती है? क्या बीएमसी हमारे लिए एक दिन के पानी की व्यवस्था नहीं कर सकती है।’’
( Source – पीटीआई-भाषा )