
कोलकाता की प्रसिद्ध दुर्गा पूजा में इस बार चीन का रंग देखने को मिलेगा क्योंकि चीन इस साल के इस समारोह में साझेदार बनने की योजना बना रहा है।
पश्चिम बंगाल और यूनान प्रांत के लोगों के बीच रिश्ते बनाने की योजना के तहत चीन इस उत्सव के दौरान कुनमिंग शहर से पर्यटकों को कोलकाता लाएगा। दोनों देशों को दरअसल बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमा :बीसीआईएम: आर्थिक गलियारे की मदद से जोड़ा जाना है।
चीन के महावाणिज्यदूत मा झानवू ने पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘हम प्रबंध कर रहे हैं ताकि चीन से 100-200 लोगों का एक समूह अक्तूबर में दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता आ सके। भारतीयों की तरह, चीनी लोगों को भी संस्कृति में भारी रूचि है। पूर्वी संस्कृतियों में बहुत सा तालमेल हैं।’’ पर्यटकों को लाने के अलावा, वे शहर में दुर्गा पंडालों से भी जुड़ने की योजना बना रहे हैं ताकि इस दौरान चीनी प्रतीकों का प्रदर्शन यहां चलने वाले चार दिवसीय उत्सव में किया जा सके। चीन के इन प्रतीकों में ड्रैगन से जुड़े चिन्ह, छाते आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह संस्कृति का आदान-प्रदान होगा।’’ यूनान प्रांत के सरकारी अधिकारियों का एक दल इस माह के अंत में शहर में आएगा ताकि राज्य पर्यटन विभाग के अधिकारियों और बड़े पूजा आयोजकों से बातचीत की जा सके।
राजनयिक ने कहा, ‘‘एक बार नयी राज्य सरकार प्रभार संभाल ले, फिर हम पर्यटन विभाग से बात करेंगे।’’ चीनी यात्रियों के समूह को पूरे शहर के सबसे आकषर्क पंडालों और औपनिवेशिक काल के कोलकाता के अन्य प्रमुख आकषर्णों को दिखाने के लिए ले जाया जाएगा।
( Source – पीटीआई-भाषा )