प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश-विदेश के निवेशकों को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश का आह्वान करते हुये आज कहा कि भारत में कारोबार करना अब पहले से काफी आसान है और प्रक्रियायें सरल हैं। उन्होंने कहा कि पुराने पड़ चुके कानूनों को समाप्त कर दिया गया है और अनुपालन की जरूरतों को कम किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले तीन साल में कई तरह के सुधारों को आगे बढ़ाया है जिसकी वजह से विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रेटिंग में भारत एक झटके में 30 पायदान ऊपर चढ़कर शीर्ष 100 देशों में शामिल हो गया। ‘‘यह भारत के लिये अब तक का सबसे बेहतर और इस साल दुनिया के किसी भी देश के मामले में सबसे ऊंचा उछाल है। भारत 2014 में 142 वें स्थान पर था और आज हम शीर्ष 100 में पहुंच गये हैं।’’ प्रधानमंत्री आज यहां ‘विश्व खाद्य भारत 2017’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारत सहित 60 से अधिक देशों के 7,000 से अधिक राजनीतिज्ञ, वरिष्ठ अधिकारी और शीर्ष उद्योगपति भाग ले रहे हैं। दुनियाभर के 60 प्रमुख कंपनियों के सीईओ और 100 से अधिक भारतीय कंपनियों के सीईओ खाद्य उत्पाद और खेती-किसानी से जुड़े इस महाआयोजन में भाग ले रहे हैं।
मोदी ने कहा कि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद कई तरह के कर समाप्त हो गये हैं। उद्योगों के लिये कर अनुपालन सरल बन गया है। ‘‘भारत में नया कारोबार करना पहले से काफी आसान बन गया है। विभिन्न एजेंसियों से अनुमति लेना सरल बना दिया गया है, पुराने पड़ चुके कानूनों को समाप्त किया गया है और अनुपालन का बोझ कम किया गया है।’’ समारोह में उपस्थित इटली, जर्मनी, डेनमार्क, अमेरिका, जापान, नीदरलैंड सहित तमाम देशों के उद्यमियों से भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश का आह्वान करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में एक है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा, ‘‘आइये निवेश कीजिये, सरकार का आपको पूरा समर्थन मिलेगा। यहां खेत से लेकर खाने की प्लेट तक पूरी श्रृंखला में निवेश की असीम संभावनायें हैं। यह उत्पादन, प्रसंस्करण और समृद्धि का स्थान है, भारत के लिये भी और पूरी दुनिया के लिये भी।’’ मोदी ने भारत में अलग अलग मौसम के चलते खेती की विविधता का जिक्र करते हुये कहा देश में कई तरह की फसलें हैं, फल-फूल है, दूध, दूध से तैयार उत्पाद, मधुमक्खी पालन और मत्स्य क्षेत्रों में उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और विपणन की व्यापक संभावनायें उपलब्ध हैं।
( Source – PTI )