
भारतीय टीम के नव नियुक्त मुख्य कोच अनिल कुंबले का कहना है कि वह कप्तान विराट कोहली की मैदान पर आक्रामकता को नियंत्रित करने वाले आखिरी व्यक्ति होंगे लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ‘भारत के दूत’ होने के नाते खिलाड़ियों को इस बात से भी वाकिफ होना चाहिए कि इसमें एक ‘महीन रेखा’ होती है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए।
कुंबले ने भारत के वेस्टइंडीज दौरे के लिये रवाना होने से पूर्व आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे उसकी आक्रामकता पसंद है। मैं भी इससे अलग नहीं था क्योंकि मैं भी बहुत आक्रामक था। लेकिन हम शायद इस मायने में काफी अलग हैं कि हम मैदान पर कैसा खेलते हैं। लेकिन आप आक्रामकता को नियंत्रित नहीं करना चाहते। मैं किसी की स्वभाविक प्रकृति को नियंत्रित करने का आखिरी व्यक्ति हूंगा।’’ हालांकि उन्होंने कोहली सहित सभी आक्रामक खिलाड़ियों के लिये चेतावनी भरा संदेश दिया। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम सभी जानते हैं कि भारत का दूत होना और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होना कितना महत्वपूर्ण होता है। यह प्रत्येक कोई समझता है। हम सुनिश्चित करेंगे कि इसमें एक मामूली सी रेखा है और मुझे लगता है कि हर कोई इस बात को जानता है। मैं निश्चित रूप से किसी की भी स्वभाविक प्रकृति को काबू नहीं करूंगा। ’’ कैरेबिया में आगामी चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से उम्मीदों के बारे में पूछने पर भारत के सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज ने कहा कि सभी इसमें जीत दर्ज करने की कोशिश करेंगे क्योंकि कोई भी टीम इसके विपरीत नहीं सोचती।
( Source – पीटीआई-भाषा )