
उच्चतम न्यायालय के आदेश पर उत्तराखंड विधानसभा में आज हुए बहुप्रतीक्षित शक्ति परीक्षण के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों पक्षों के विधायकों ने संकेत दिया कि अपदस्थ मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विश्वास मत पर संभवत: विपक्षी 28 के मुकाबले 33 मतों से बाजी मार ली है।
प्रमुख सचिव :विधायी और संसदीय कार्य: जयदेव सिंह की निगरानी में करीब एक घंटे चली विधायकों के मतदान की प्रक्रिया को एक सीलबंद लिफाफे में उच्चतम न्यायालय भेजा जा रहा है जहां उसके परिणाम के बारे में कल खुलासा किया जायेगा ।
शक्ति परीक्षण के दौरान अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल को छोड़कर सभी 61 विधायकों ने हाथ उठाकर अपने वोट दर्ज कराये ।
हालांकि, वोट डालकर बाहर निकले कांग्रेस और भाजपा विधायकों ने स्पष्ट संकेत दिये कि कांग्रेस के पक्ष में 33 और भाजपा के पक्ष में 28 मत पडे हैं ।
कांग्रेस और भाजपा दोनों के विधायकों ने कहा कि दोनों दलों के एक-एक विधायक ने क्रास वोट किया । जहां घनसाली से भाजपा विधायक भीम लाल आर्य ने रावत के विश्वास मत के समर्थन में मत दिया, वहीं सोमेश्वर से कांग्रेस विधायक ने विश्वास मत के विरोध में वोट दर्ज कराया ।
विधानसभा में शक्ति परीक्षण के बाद मुस्कराते हुए बाहर निकले पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने हालांकि इस बारे में कुछ भी स्पष्ट करने से इंकार कर दिया और कहा कि शक्ति परीक्षण कराने के लिये वह उच्चतम न्यायालय के बहुत आभारी हैं ।
( Source – पीटीआई-भाषा )