
असम की बराक घाटी के करीमगंज जिला के तहत दोहलिया पार्ट एक में में कुछ हिन्दू परिवारों के घरों को जिहादी तत्वों द्वारा जला दिया गया और स्थानीय मंदिर में भी तोड़फोड़ कर मूर्तियों को नष्ट कर दिया गया. जिसके बाद क्षेत्र में हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं. प्रशासन ने सुरक्षा बल को तैनात कर दिया है.
घटना को स्थानीय लोग पिछले सप्ताह 05 फरवरी को पाथरकांदी मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल के अरबी शिक्षक मौलाना महबूब द्वारा एक हिन्दू छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना के साथ जोड़ रहे हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किए जाने के बाद बदले की भावना से इस आगजनी और मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया है. शनिवार (09 फऱवरी) रात घटी घटना को देखते हुए स्थानीय हिन्दू परिवारों में डर का माहौल है.
आरोपी पहले भी कई छात्राओं से छेड़छाड़ कर चुका है, लेकिन पिछले सप्ताह उसने सारी हदें पार कर दी. छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास किया, छात्रा किसी तरह से उसके चंगुल से बचकर भाग निकली तथा परिजनों को घटना के बारे में बताया. मंगलवार सुबह आरोपी मौलाना को कुछ लोगों ने देखा और उन्होंने उसकी पिटाई कर दी. पुलिस को शिकायत मिलने पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है तथा उसे गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी मौलाना महबूब हसन ऑल असम जमात ए हिन्द का सेक्रेटरी है, इसी कारण मामले को राजनीतिक रंग दे रहा है. उसके समर्थकों से प्रदर्शन भी किया तथा आरोपी मौलाना को निर्दोष बताया. आरोपी मौलाना की गिरफ्तारी से क्रुद्ध लोगों ने निर्दोष हिन्दुओं के घरों को जला दिया तथा मंदिर में तोड़फोड़ की.
घटना पर विधायक पाल ने कहा कि सरकार और पार्टी हर कदम पर उनके साथ है और चौबीस घंटों के भीतर इन घटनाओं को अंजाम देने वाले तत्वों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिए जाने का वादा किया. साथ ही विधायक पाल ने करीमगंज जिला प्रशासन से बेघर परिवारों के लिए तत्काल आवास बनाने का अनुरोध किया. विधायक ने पीड़ित परिवार को तत्काल राहत देते हुए कुछ आर्थिक सहायता भी दी.