
विवादों में घिरे उद्योगपति विजय माल्या ने आज कहा कि वह कोई भगोड़ा नहीं हैं और वह देश के कानून का पालन करेंगे। जाने-माने शराब कारोबारी अपने समूह द्वारा कथित तौर पर नौ हजार करोड़ रूपए से ज्यादा का रिण चुकाने में विफल रहने के मद्देनजर कानूनी कार्रवाइयों का सामना कर रहे।
आज सुबह एक अज्ञात स्थान से माल्या ने ट्वीट करके कहा, ‘‘मैं अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति हूं। मैं भारत और वहां से बाहर अक्सर जाता रहता हूं। मैं भारत से भागा नहीं हूं और न ही मैं कोई भगोड़ा हूं। सब बकवास है।’’ माल्या ने आगे कहा, ‘‘भारतीय सांसद होने के नाते मैं देश के कानून का पूरा सम्मान करता हूं और उसका पालन करूंगा। हमारी न्यायिक प्रणाली सुदृढ़ और सम्मानित है। लेकिन मीडिया की ओर से कोई ट्रायल नहीं होना चाहिए।’’ माल्या ने मीडिया के सिर पर आरोप मढ़ने की कोशिश करते हुए कहा, ‘‘एक बार मीडिया किसी के पीछे पड़ जाता है तो वह एक ऐसी प्रचंड आग पैदा कर देता है, जिसमें सत्य और तथ्य जलकर खाक हो जाते हैं। मीडिया के मालिक उस मदद, अहसानों और सुविधाओं को ना भूलें, जो मैंने उन्हें कई साल तक उपलब्ध करवाए हैं। इनके दस्तावेज हैं। अब टीआरपी हासिल करने के लिए झूठ बोल रहे हैं?’’ माल्या ने उन खबरों पर भी सवाल उठाया, जिनमें कहा गया कि उन्हें अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए।
विजय माल्या ने देश को एक चुस्त दुरुस्त एयरलाइन्स देने का साहसपूर्ण प्रयास किया, लेकिन वह असफल हो गया. लेकिन हमे यह स्वीकार करना होगा की व्यवसाय सिर्फ सफल नही होते, असफल भी होते है. 9000 करोड़ की तुलना उस राशी से करे जो युपीए सरकार ने घोटाले किए तो यह रकम छोटी नजर आएगी. मिडिया और विपक्षकी कांग्रेस विजय माल्या पर इतने आरोप लगा रही है तो पहले वह खुद के गिरेबां में झांके की उसके कार्यकाल में इतनी बड़ी रकम एक असफल होने वाले व्यवसाय में क्यों कर्ज दी गई.