
केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार श्रीगंगानगर क्षेत्र में पानी की समस्या का स्थाई समाधान तलाशने के लिये भारत-पाकिस्तान जल समझौते का अध्ययन कर रही है।
सिंह ने आज श्रीगंगानगर में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो पानी पाकिस्तान से होते हुए समुद्र में पहुंचता है, उस पानी को हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान के किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने स्वामीनाथन रिपोर्ट के बारे में भी चर्चा की तथा भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड :बीबीएमबी: में राजस्थान को प्रतिनिधित्व दिलाने और श्रीगंगानगर जिले में फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट :किन्नू: प्लांट स्थापित करने का सुझाव दिया।
बीरेन्द्र सिंह ने किसानों को तरक्की के रास्ते पर जाने के लिए कृषि की नवीन तकनीक को अपनाने का सुझाव देते हुए कहा कि ड्रिप एवं फव्वारा पद्धति से उत्पादन में कई गुणा बढ़ोतरी की जा सकती है। केन्द्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिये विभिन्न पहलुओं पर कार्य कर रही है।
( Source – PTI )