
क्या भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन के चुनावों में धांधली हुई है? ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चल रहे तीखे विवाद के बीच वैज्ञानिकों की इस प्रतिष्ठित संस्था में चुनावी प्रक्रिया भी ऐसे ही आरोपों का सामना कर रही है, हालांकि इनकी प्रवृति इतनी गंभीर नहीं है।
मामला केन्द्रीय सूचना आयोग के समक्ष आया है। लखनउ विश्वविद्यालय में बॉटनी के प्रोफेसर उमेश चन्द्र लवानिया ने आरोप लगाया है कि भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन :आईएससीए: की चुनावी प्रक्रिया को गोपनीय रखा गया और दावा किया कि संस्था के ‘जनरल प्रेसिडेंट’ पद के लिए हुए चुनाव में धांधली हुई है।
आईएससीए भारत में काम करने वाले वैज्ञानिकों की संस्था है जिसकी स्थापना ब्रिटिश-शासन के दौरान 1914 में हुई थी। वर्तमान में करीब 10,000 वैज्ञानिक इसके सदस्य हैं।
गौरतलब है कि सीएसआईआर एमिरेट्स वैज्ञानिक और एसीएसआईआर एमिरेट्स प्रोफेसर लवानिया सहित तीन लोग संस्था के ‘जनरल प्रेसिडेंट’ पद के उम्मीदवार थे।
( Source – PTI )