
अलगाववादियों के फरमानों को धता बताते हुए शहर के कई इलाकों में लोग अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए अपने घरों से आज बाहर निकलें। वहीं अलगववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल ने 89वंे दिन भी घाटी में जनजीवन को प्रभावित किया।
आठ जुलाई को दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के अगले दिन से शुरू हुए अशांति के दौर के शहर के सिविल लाइंस इलाके में मंद पड़ने के संकेत दिख रहे हैं क्योंकि कई लोग अपना जन जीवन फिर से शुरू करने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं ।
अधिकारियों ने बताया कि समूची घाटी में कुछ दिन पहले कफ्र्यू हटा दिया था जिसके बाद कारोबारी केंद्र लाल चौक सहित श्रीनगर के बाहरी इलाकों में बसों को छोड़ निजी और सार्वजनिक वाहनो की आवाजाही में काफी बढ़ोतरी हुई है।
कश्मीर में हर दिन के बीतने के साथ ही हालात में सुधार हो रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कुछ इलाकों में लोगों और वाहनों की कल सामान्य आवाजाही देखी गई थी।
उन्होंने बताया कि शहर के टीआरसी चौक-बटमालू के आसपास कई रेहड़ी-पटरी वालों ने अपने स्टॉल लगाए और कई स्थानों पर फल, सब्जी, ताजा जूस, चाय और स्नैक्स जैसा सामान बेचा तथा दिन भर अपनी व्यापारिक गतिविधियां जारी रखीं।
अधिकारियों ने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के सिविल लाइन इलाके में कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली। इसके अलावा शहर के बाहरी इलाकों में भी कुछ दुकानें खुलीं।
( Source – पीटीआई-भाषा )