
उप राज्यपाल नजीब जंग पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी :आप: ने आज उन्हें एक पत्र लिखकर मांग की कि शीला दीक्षित की सरकार के दौरान कथित घोटालों से जुड़े चार मामलों में जंग एसीबी प्रमुख एम.के. मीणा के साथ खुद को सह-आरोपी बनाएं। इन मामलों में से एक मामला केजी बेसिन से प्राकृतिक गैस के मूल्य निर्धारण से जुड़ा है।
आम आदमी पार्टी के 12 विधायक इन मांगों के साथ करीब 11:30 बजे उप राज्यपाल के आधिकारिक आवास- राज निवास गए। उन्होंने बाद में दावा किया कि जंग ने उनसे मिलने से ‘इनकार’ कर दिया। लेकिन उप राज्यपाल सचिवालय ने कहा कि पूरे दिन के लिए जंग का कार्यक्रम पहले से तय था और उनसे मिलने के लिए प्रक्रिया अपनानी होती हैं।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब दिल्ली की भ्रष्टाचार-रोधी शाखा :एसीबी: के प्रमुख मीणा ने कहा कि टैंकर घोटाले में दीक्षित के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी पूछताछ की जा सकती है।
जंग पर कथित दोषियों का बचाव करने का आरोप लगाते हुए आप विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल से भी संपर्क किया है और उनसे मांग की है कि इन मामलों को याचिकाओं पर सदन की समिति को भेजा जाय। उन्होंने कहा कि इस समिति के पास उप राज्यपाल तक को समन जारी करने का अधिकार है।
आप विधायक राजेन्द्र पाल गौतम के हस्ताक्षर वाले एक पत्र में कहा गया है, ‘‘ आप :उप राज्यपाल: अपनी निष्क्रियता के जरिए इन चार एफआईआर में श्रीमती दीक्षित का बचाव करते रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा एसीबी प्रमुख के तौर पर थोपे गए श्री मीणा ने भी इस आपराधिक गतिविधि में आपके साथ साठगांठ कर रखी है।’’ भारती ने दावा किया कि इन विधायकों की राज निवास में इस तरह से तलाशी ली गई जैसे एक आतंकवादी की तलाशी ली जाती है और उन्हें जंग से मिलने का समय नहीं दिया गया, जबकि जंग अपने आवास में मौजूद थे।
( Source – पीटीआई-भाषा )