
बहुमुखी कलाकार केजी सुब्रमण्यन को फिल्मकार गौतम घोष ने सिनेमाई श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने इस दिवंगत कलाकार के जीवन पर हाल में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला कंेद्र पर एक फिल्म प्रदर्शित की।
घोष ने 103 मिनट की ‘द मेजिक ऑफ मेकिंग’ के जरिए सुब्रमण्यन के जीवन और काम को टटोला, जिन्हें प्यार से मणि दा कहा जाता था। उनका बहुआयामी रचनात्मक सफर एक चित्रकार, दीवार पर चित्रकारी करने वाले, मूर्तिकार, प्रिंटमेकर, इलस्ट्रेटर और लेखक के तौर पर रहा। उनकी यही बहुयामी प्रतिभा उन्हें अग्रिम कलाकार बनाती है।
वृत्तचित्र पहले 2014 में आईजीएनसीए की ‘ग्रेट मास्टर्स’ श्रृंखला के तहत बनाया गया था।
सुब्रमण्यम का 29 जून को 92 वर्ष की उम्र में वडोदरा में निधन हो गया था।
कलाकार का रचना धर्म विस्तारित फलक पर था। उन्होंने कागज पर, कैनवास पर, बोर्ड पर, एक्रिलिक और आयरन शीट्स पर चित्रकारी की। उन्होंने पानी के रंग, गोआचे, तेल, एक्रिलिक और इनेमल का इस्तेमाल किया। उन्होंने टेपेस्ट्री बनायी और खिलौनों के साथ ही टेक्साइल डिजाइनिंग भी की।
इस वृत्तचित्र की ज्यादातर शूटिंग बड़ौदरा के एमएस विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय में हुई है। इसके अलावा, मणि दा के घर, लखनउ के शांतिनिकेतन और गुजरात के एक गांव कच्छ में हुई है।
कथाकार ने सुब्रमण्यम को एक ऐसी शख्सियत बताया है जिसने कलाकारों की तीन पीढ़ियों को प्रेरित किया। इसने स्पष्टता से भारत के विभिन्न हिस्सों के कलाकार के अनुभव और इसके सांस्कृतिक विविधताओं को दर्शाया है जिसने उनकी कला को प्रभावित किया।
( Source – पीटीआई-भाषा )