
देश में कालेधन के खिलाफ सख्त कदम के कंेद्र सरकार की मंशा दुहराते हुए भारतीय जनता पार्टी ने आज यहां कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बैंक में प्रवर्तन निदेशालय के छापे के बाद जो सच सामने आये हैं उससे यह स्पष्ट हो गया है कि मायावती नोटबंदी का जोर शोर से विरोध क्यों कर रहीं थी।
होशियारपुर जिले के मुकेरियां में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे की रैली में शामिल होने से पहले पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘यह बात स्पष्ट हो गया है कि मायावती इसका :विमुद्रीकरण: विरोध क्यों कर रहीं थी और केंद्र से उनकी नाराजगी क्यों थी।’’ शाहनवाज ने साफ किया, ‘‘मायावती गरीबों के नाम पर विमुद्रीकरण का विरोध करती आ रही हैं लेकिन कल की खबरों के बाद अब आमलोगांे और गरीबों को भी इस बात की जानकारी हो गयी है कि उनका विरोध और उनकी नाराजगी किसलिए थी।’’ गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी बैंक की शाखा में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद कथित रूप से यह बात सामने आयी थी कि नोटबंदी के बाद से बहुजन समाज पार्टी के खाते में 104 करोड़ और पार्टी प्रमुख मायावती के भाई के खाते में एक करोड़ 43 लाख रुपये जमा हुए हैं। इसके बाद भाजपा प्रवक्ता का यह बयान आया है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कई नेता नोटबंदी का विरोध आमलोगांे और गरीबों के नाम पर कर रहे हैं लेकिन सचाई यह है कि वह केवल शोर मचा रहे हैं जिसमें कहीं न कहीं उनका अपना स्वार्थ है।’’
( Source – PTI )