
नीति आयोग ने मुंबई-अहमदाबाद द्रुत गति :बुलेट ट्रेन: की रेल परियोजना की समीक्षा की है। इस साल जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे की यात्रा के दौरान भूमि पूजन समारोह होगा।
पिछले सप्ताह हुई बैठक की अध्यक्षता नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने की। इसमें 20 सदस्यीय जापानी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में प्रारंभिक कार्यों में तेजी लाने और पर्यावरण मंजूरी हासिल करने का फैसला किया गया। मुंबई-अहमदाबाद द्रुत गति की रेल परियोजना पर यह चौथी बैठक थी।
बैठक में शामिल नीति आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘परियोजना की समीक्षा की गयी है। इसे यथासंभव तेजी से क्रियान्वित करने के लिये चीजों को त्वरित गति से आगे बढ़ाना है। हम संतोषजनक प्रगति कर रहे हैं।’’ उसने कहा कि भूमि पूजन समारोह जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे की भारत यात्रा के दौरान होगा। वह इस साल आएंगे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘परियोजना पर जापान के साथ विचार-विमर्श दिसंबर 2016 में शुरू हुआ..अगला कदम पर्यावरण प्रभाव आकलन :ईआईए: होगा।’’ उसने कहा कि परियोजना के लिये जमीनी निर्माण कार्य 2018 के अंत में शुरू होगा और ट्रेन सेवा 2023 से शुरू होने की संभावना है।
यह द्रुत गति की रेल परियोजना देश के पश्चिमी हिस्से के दो प्रमुख शहरों को जोड़ेगी। परियोजना के तहत 508 किलोमीटर की दूरी लगभग दो घंटे में पूरी होगी। इसकी अधिकतम रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी और इसकी परिचालन गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
इस पर 97,636 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। परियोजना के लिये 81 प्रतिशत वित्त पोषण जापान से कर्ज के रूप में आएगा।
( Source – PTI )