नई दिल्ली : आने वाले 2019 लोकसभा चुनावों के लिए बनाए जा रहे महागठबंधन की गांठें खुलती हुई नजर आ रही हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुट होने की बात करने वाला विपक्ष बिखरने लगा है।
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में किसी भी समाजवादी प्रतिनिधि ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। हालांकि पहले अखिलेश ने राहुल की इस पार्टी में जाने की बात कही थी, लेकिन बाद में वह इस आयोजन में नहीं पहुंचे। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि सपा-बसपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं हैं।सूत्रों के मुताबिक, यूपी में सपा सरकार कांग्रेस से हाथ नहीं मिलाना चाहती है। इसके बावजूद वह बसपा का दामन भी नहीं छोड़ना चाहती है। जिसके चलते अखिलेश पिछले दिनों बसपा से गठबंधन करने की बात पर प्रदेश में जूनियर पार्टी बनने पर भी अपनी सहमति जता चुके हैं।