
लोकसभा में आज अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही की रिपोर्टिंग में अपने कार्यालय की ओर से हुई एक चूक का जिक्र किया और भाजपा सदस्य वीरेन्द्र सिंह के संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कोई सीधा आरोप नहीं लगाया था।
सदन में प्रश्नकाल के बाद कहा कि आज वह भी स्पीकर के रूप में शून्यकाल में कुछ कहना चाहती हैं ।
उन्होंने 24 जुलाई को शून्यकाल में भाजपा के वीरेन्द्र कुमार द्वारा मध्य प्रदेश के शिवपुरी की एक घटना को लेकर की गयी टिप्पणियों के संदर्भ में कहा कि उस दिन उन्होंने कुछ बातों को रिकार्ड से निकाले जाने को कहा था लेकिन उनके कार्यालय से गलती यह हुई कि पूरे वाक्य को ही निकाल दिया गया।
स्पीकर ने कहा कि बाद में उन्होंने कार्यवाही की ट्रांस्क्रिप्ट देखी तो इस चूक का पता चला। उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्य वीरेन्द्र ने सिंधिया पर सीधे उनका नाम लेते हुए कोई आरोप नहीं लगाया था।
उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादीमां और उनके पिताजी माधव राव सिंधिया का वह और पूरा सदन आज भी बहुत सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कल उनके पास आए थे और इस बात को लेकर काफी आहत थे इसलिए कल मैंने उनको अपनी बात रखने का मौका भी दिया था।
सुमित्रा महाजन ने कहा कि वीरेन्द्र सिंह ने सीधा कोई आरोप कांग्रेस सदस्य के खिलाफ नहीं लगाया है। इसमें मेरे आफिस से कहीं न कहीं थोड़ी सी गलती हुई।
इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ कहना चाहा तो अध्यक्ष ने कहा कि आप ट्रांस्क्रिप्ट देखिए । इस पर सिंधिया ने कहा कि वह ट्रांस्क्रिप्ट देखकर फिर अपनी बात कहेंगे।
( Source – PTI )