
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि महाराष्ट्र की भाजपा नीत सरकार अगर उचित तरीके से ऋण माफी योजना को कार्यान्वित करने में विफल रहती है तो उनकी पार्टी सरकार का भंडा फोड़ने से नहीं हिचकेगी।
ठाकरे की पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने सबसे पहले कर्ज माफी की मांग की थी और कहा किसानों की खुदकुशी के मामले में महाराष्ट्र शीर्ष पर बना हुआ है।
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ को साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ‘‘ जब शरद पवार केंद्रीय कृषि मंत्री थे तो वह शिवसेना ही थी जिसने सबसे पहले किसानों के कर्ज माफी के लिए आवाज उठाई थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र दुर्भाग्य से अब भी शीर्ष पर है। यह वह क्षेत्र नहीं है जहां हमारे राज्य को शीर्ष पर होना चाहिए था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इसिलए हमारी मांग थी कि किसानों को कर्ज मुक्त होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने शिवसेना कार्यकर्ताओं से (आंदोलन के हिस्से के तौर पर ) बैंकों के बाहर ढोल बजाने को कहा है और वे लाभार्थियों सूची को प्रदर्शित करें।’ ठाकरे ने कहा, ‘‘ अगर राज्य सरकार ऋण माफी की योजना को ठीक से लागू करने में विफल रहती है तो हम उसको उजागर करने में संकोच नहीं करेंगे।’’ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 24 जून को 34,022 करोड़ रुपये के कर्ज माफी का ऐलान किया था। इससे पहले पिछले महीने की शुरूआत में किसानों ने राज्यव्यापी आंदेालन किया था।
नौ जुलाई को फडणवीस ने कहा था कि योजना के तहत तकरीबन 36 लाख किसानों के कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
ठाकरे ने कहा, ‘‘ मैं राज्य विधानसभा में उन 36 लाख लोगों के नाम देखना चाहता हूं जिनका पूरा कर्ज माफ किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य ने कहा है कि 36 लाख किसानों का पूरा ऋण माफ किया जाएगा जबकि 89 लाख किसान योजना से लाभांवित होंगे। मैं नाम देखना चाहता हूं और मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन किसानों का पता लगाने को भी कहा है।’’
( Source – PTI )