नई दिल्लीः वैश्विक तापमान बढ़ोत्तरी को डेढ़ डिग्री तक सीमित रखने के लिए 2040 तक पूरी तरह से कोयले के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करना होगा। आईपीसीसी की रिपोर्ट में जताई गई चिंताओं का संज्ञान लेते हुए एक नई विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तापमान को कम समय में सीमित करने का एक ही तरीका यह है कि कोयले से बिजली बनाने की प्रक्रिया 2050 तक पूरी तरह से खत्म कर दी जाए।

‘ए कोल फेजआउट पॉथवे’ नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 12 साल में दुनिया के करीब दो तिहाई कोयला बिजलीघरों को बंद करना होगा। बाकी बिजलीघरों को 2050 तक बंद करना होगा। साथ ही नये कोयला बिजलीघरों को मंजूरी पर भी तुरंत रोक लगानी होगी। इससे कार्बन उत्सर्जन में कमी लाकर तापमान वृद्धि को डेढ़ डिग्री तक सीमित करना संभव हो सकेगा। रिपोर्ट कोलस्वार्म और ग्रीनपीस की तरफ से मंगलवार को जारी की गई है।