नई दिल्लीः आयरलैंड में बलात्कार के एक आरोपी की रिहाई के खिलाफ यहां की एक महिला सांसद ने संसद में अंतर्वस्त्र लहराकर विरोध जताया। लोग इस मसले पर सोशल मीडिया पर भी विरोध जता रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बलात्कार के आरोपी के वकील ने अपने मुवक्किल के बचाव में अदालत के सामने पीड़ित युवती का अंतर्वस्त्र अहम सबूत के तौर पर पेश किया था। वकील ने कहा था कि यह सहमति से यौन संबंध बनाने का मामला था, जिसे बलात्कार बता दिया गया। इसके बाद आरोपी की रिहाई हो गई, जिससे लोगों का गुस्सा भड़क उठा। सोशल मीडिया पर विरोध बढ़ने लगा।

इस विरोध को सांसद रूथ कॉपिंगर ने भी अपना समर्थन दिया। वह नीले रंग का एक अंतर्वस्त्र लेकर संसद पहुंचीं। उन्होंने संसद में अंतर्वस्त्र दिखाते हुए कहा, सदन में अंतर्वस्त्र लहराना शर्मनाक लग सकता है। लेकिन हमें सोचना होगा कि जब एक महिला का अंतर्वस्त्र अदालत में प्रदर्शित किया गया तब उसे कैसा महसूस हुआ होगा।

सोशल मीडिया पर इस मसले को लेकर लोगों ने तीखा विरोध जताया। खासकर महिलाओं ने अपने अंतर्वस्त्र के फोटो #ThisIsNotConsent (यह रजामंदी नहीं है) हैशटैग के साथ ट्वीट किया। विरोध का सिलसिला जारी है। कई स्थानों पर लोगों ने सड़कों पर उतर कर भी विरोध जताया है।

क्या है मामला

यह मामला 17 साल की एक लड़की के साथ बलात्कार का था, जिसमें 27 वर्षीय एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया था। कोर्क की अदालत ने 6 नवंबर को आरोपी की वकील की यह दलील मान ली कि लड़की ने सहमति से यौन संबंध बनाया था। वकील ने लड़की का एक अंतर्वस्त्र अदालत के सामने रखते हुए कहा था कि यह पर्याप्त सबूत है कि लड़की आरोपी के प्रति आकर्षित थी और यह सहमति से संबंध का मामला था। इस पर कोर्ट ने आरोपी को बरी कर दिया था।