नई दिल्लीः एनडीए में सीट बंटवारें के फॉर्मूले की घोषणा होने के बाद से जेडीयू और रालोसपा रिश्तों में कडवाहट आ गई है। सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा ने लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव से दिल्ली में मुलाकात की । इस मुलाकात के कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह उपेंद्र कुशवाहा और उनकी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं लेकिन वह कोई नुकसान नहीं पहुंचा सके। इससे पहले कुशवाहा ने रविवार को लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान से उनके श्रीकृष्णा पुरी स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की। वहां वह 15 मिनट तक रहे। बताया जाता है कि पासवान के स्वास्थ्य की जानकारी लेने गए थे।

दिल्ली में शरद यादव से मुलाकात के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार से मेरे विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह उपेंद्र कुशवाह और उसकी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन वह मुझे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकते है। वह एनडीए का हिस्सा हैं और हम भी हैं। उन्हें ऐसी चीजें नहीं करनी चाहिए।

वहीं रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट करके कहा था कि समेटिए नीतीश कुमार जी अपने लोगों को केवल दहेज़ लेना-देना ही अपराध नहीं है बल्कि किसी पार्टी को डैमेज करने हेतु लोभ व प्रलोभन देना भी अपराध एवं घोर अनैतिक कुकृत्य है! ऐसे यह कोई नही मनेगा कि आपकी पार्टी में ऐसा कुकृत्य, आपकी सहमति के बगैर हो रहा होगा!

गौरतलब है कि रालोसपा वैसे है तो एनडीए का घटक दल, लेकिन इसके प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बयानों को लेकर दोनों गठबंधनों के नेता उधेड़बुन में हैं। कुशवाहा ने यह कहकर कि वह एनडीए के साथ हैं, भाजपा का भरोसा बनाए रखा है। लेकिन, बीच-बीच में सीट शेयरिंग पर उनके बयानों से महागठबंधन के नेता भी रालोसपा को लेकर उम्मीद का दामन नहीं छोड़ पा रहे हैं। कुशवाहा जितनी तेज आवाज में एनडीए के सीट बंटवारे के ताजा फार्मूले पर टिप्पणी करते हैं, उससे ज्यादा मजबूती से वे नरेन्द्र मोदी को दोबारा पीएम बनने का दावा भी करते हैं। माना जा रहा है कि इसी कारण सूबे के दोनों गठबंधनों में सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं हो पा रहा है।