निगम को २०२९ तक स्टा्म वाटर डे्नेज परियोजना के लिए लिया गया ऋण की राशि १३ करोड़ ७२ लाख रूपये भी चुकाना है । इसके अलावा मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरना के लिए प्राप्त ऋण की किस्त ४ करोड ८१ लाख ४८ हजार रूपये भी चुकाना है । निगम कर दाताओं से जल कर और सुपत्ति कर की बड़ी राशि नहीं वसूल पा रहा है । निगम के राजस्व विभाग को जल कर के १ अरब ५ करोड़ रूपये वसूलना है । जबकि संपत्तिकर के १ अरब २ करोड वसूलना है। निगम अधिकारियों का कहना है जिन कर दाताओं से कर वसूली नहीं हो पा रही है। उनमें ज्यादातर ने या तो न्यायलय में अपील कर रखा है । जबकि बड़ी संख्या में करदाता ऐसे भी हैं, जिनके घरों में संपत्ति विवाद होने के कारण कर वसूली नहीं हो पा रही है।