नई दिल्लीः दस दिन पहले ही शुरू हुई दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के लिए नेशनल हेल्थ एजेंसी ने 45 सौ करोड़ रुपये की मांग की है। एजेंसी का अनुमान है कि इतने रुपये में इस वित्त वर्ष तक की जरूरतें पूरी हो जाएंगी। इस योजना के लिए आम बजट में जारी दो हजार करोड़ रुपये अब खत्म हो चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर को पीएमजेएवाई को देशभर में लॉन्च किया था। इसके तहत करोड़ों गरीब परिवार को सालाना पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पहले जारी दो हजार करोड़ में से बड़ी राशि योजना की तैयारी में ही खर्च हो गई थी। इसमें सॉफ्टवेयर बनाने से लेकर नए लोगों की भर्तियां, प्रशिक्षण, राज्यों से करार आदि करने में आया खर्च शामिल है। योजना के लांच होने के बाद क्लेम की संख्या में तेजी से आई बढ़ोतरी ने नेशनल हेल्थ एजेंसी का कोष खाली कर दिया है।

एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आगे की जरूरतों के लिए वित्त मंत्रालय से 4500 करोड़ रुपयों की मांग की गई है। उम्मीद है कि बिना रुकावट के यह राशि मिल जाएगी। बता दें कि पीएमजेएवाई के लिए मात्र दो हजार करोड़ रुपये जारी किए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा था कि यह राशि सिर्फ शुरुआत के लिए थे।